Ghaziabad stray dog action plan: आवारा कुत्तों पर इन दिनों देशव्यापी बहस चल रही है। सुप्रीम कोर्ट ने लोगों पर झपटने वाले कुत्तों को शेल्टर होम में भेजने के आदेश दिए हैं। जबकि कुत्तों को जहां तहां खिलाने पर रोक लगा दी गई है। ऐसे में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी आवारा कुत्तों की परेशानी से लोगों को निजात दिलाने के लिए संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं।
गाजियाबाद में हैं सवा लाख से ज्यादा आवारा कुत्ते
गाजियाबाद प्रशासन ने इस परेशानी से निपटने के लिए एक्शन प्लान तैयार किया है। इसके तहत कुत्तों की नसबंदी यानी बंध्याकरण किया जाना है। एक आंकड़े के मुताबिक गाजियाबाद में करीब सवा लाख आवारा कुत्ते हैं। इनमें से करीब 35000 का बंध्याकरण हो चुका है। बाकी कुत्तों के लिए प्लानिंग चल रही है।
स्थानीय निकायों ने कुत्तों से निपटने का खींचा खाका
जिले में नगर निगम गाजियाबाद, नगर पालिका खोड़ा, नगर निगम लोनी, नगर पंचायत फरीदनगर, नगर पंचायत निवाड़ी, नगर पंचायत पल्ला और नगर पंचायत डासना जैसी इकाइयां शामिल हैं। इन सभी इलाकों में एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर और शेल्टर होम बनाए जाने की तैयारी है।
सुप्रीम कोर्ट के बाद सीएम योगी ने दिए सख्त आदेश
इसके लिए जगहों की पहचान करने के साथ साथ बाकी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इस वक्त गाजियाबाद में दो ही एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर हैं। जिनमें इतने सारे कुत्तों का जल्दी जल्दी बंध्याकरण संभव नहीं हो रहा है। इधर, सड़क पर कुत्तों की परेशानी काफी बढ़ गई है। कुत्ते लोगों को काट रहे हैं और सुप्रीम कोर्ट ने इसे लेकर नई व्यवस्था भी दी है।
