Flesh eating worm latest news. समय रहते इस परजीवी को खत्म नहीं किया गया तो ये जानलेवा हो सकता है.
Flesh eating worm latest news: ये खबर आपने आप में भयानक है। मगर हमारा इरादा आपको डराना नहीं बल्कि सावधान करना है। क्या आपने किसी ऐसे पैरासाइट यानी परजीवी के बारे में सुना है, जो जिंदा इंसान के शरीर का ही मांस खाने लगे? सुनने में ही ये बात बहुत अजीब लगती है। ऐसा नहीं है कि इस परजीवी के बारे में कोई पहली बार पता चला है, लेकिन हाल के समय में इस अमेरिका के पड़ोसी तेज मैक्सिको में इस परजीवी के प्रकोप के मामले में कुछ इतनी तेजी से बढ़े हैं कि ये एकाएक सुर्खियों में आ गया है।
मैक्सिको में एकाएक 50% से ज्यादा बढ़ गए ‘स्क्रू वर्म’ के मामले
जिंदा जानवरों के साथ-साथ इंसानों के भी मांस पर पलने वाले इस परजीवी का नाम ‘स्क्रू वर्म’ है और इसके मामले 50 फीसदी से ज्यादा बढ़ चुके हैं। सबसे पहले जानवरों की बात करते हैं। मैक्सिको में 17 अगस्त 2025 तक 5,086 ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें स्क्रू वर्म ने जानवरों को अपनी चपेट में लिया है। लेकिन फिक्र की बात ये है कि पिछले महीने यानी जुलाई की तुलना में ये तादाद 50 फीसदी से भी ज्यादा है। जानकारों की मानें तो गर्मी के दिनों में ऐसे परजीवी का प्रकोप बढ़ने से लगता है कि इन्हें काबू करना मुश्किल हो रहा है।

स्क्रू की तरह दिखने वाले इन परजीवियों से भगवान बचाए
अब आइए जानते हैं कि आखिर ये परजीवी आखिर है क्या और ये कैसे जानवरों और इंसानों को अपनी चपेट में लेता है। जैसा कि नाम से ही साफ है, ये परजीवी स्क्रू यानी नट की तरह दिखते हैं और जब किसी इंसान या जानवर के शरीर में प्रवेश करते हैं, तो इनके शरीर का ये आकार ही उनकी मदद भी करता है। ये आम तौर पर गर्म खून वाले जीवों मसलन गाय, भैंस, घोड़ा, कुत्ता या फिर इंसानों को भी अपनी चपेट में ले सकता है और उनके मांस पर ही पलने लगता है। आप इस सिलसिले में बीबीसी की एक रिपोर्ट भी पढ़ सकते हैं।
घाव, आंख, नाक या मुंह से घुसते हैं शरीर के अंदर
ये शरीर में घाव वाली जगहों पर ही पैदा होते हैं और छोटे-छोटे परजीवियों के मुंह का आकार हुक की तरह होता है, जिसके सहारे ये शरीर में घुस जाते हैं और मांस खाने लगते हैं। ऐसे में अगर इनके इलाज में देरी हुई, तो कई बार ये जानलेवा भी साबित होता है। असल में जब मादा मक्खियां किसी घाव, आंख, नाक या मुंह के इर्द-गिर्द अंडे देती है, तो उससे ये परजीवी पैदा होते हैं। मैक्सिको की बात करें तो इस पैरासाइट को मैक्सिको ने 1960 के आस-पास खत्म कर दिया था, लेकिन अब ये फिर से लौट आया है। अकेले इस देश में 41 लोग इस परजीवी की चपेट में हैं।
