POWERGRID Hindi utsav: “हिंदी सिर्फ एक भाषा ही नहीं, बल्कि वो सेतु है जो अतीत और भविष्य को जोड़ती है। ये हमारी संस्कृति की जीवंत भावना, बुजुर्गों का ज्ञान और युवाओं का सपना है।” मशहूर कवि और प्रखर वक्ता डॉ कुमार विश्वास ने ये बातें पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन की ओर से आयोजित हिंदी उत्सव के सिलसिले में रखी गई काव्य संध्या के मौके पर कही।
मानेकशॉ ऑडिटोरियम में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्घाटन पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक आरके त्यागी ने किया।
कुमार विश्वास की कविताओं से बंध गए लोग
काव्य संध्या में वैसे तो सारे के सारे कवियों ने एक से बढ़ कर एक कविताएं प्रस्तुत की, लेकिन डॉ कुमार विश्वास ने अपनी जबरदस्त शैली और सधे हुए अंदाज से सबके दिलों पर छाप छोड़ी। उनकी कविताओं में हास्य विनोद से लेकर देश भक्ति का भाव भी सुंदर तरीके से समाया हुआ था। डॉ विश्वास के अलावा नामी कवि एकाग्र शर्मा, दिनेश बावरा, पल्लवी मिश्रा और विनोद पांडेय ने भी अपनी अपनी कविताएं प्रस्तुत की।

POWERGRID के कई गणमान्य लोग मौजूद रहे
इस मौके पर जी रविशंकर, डॉ यतीन्द्र द्विवेदी, नवीन श्रीवास्तव, वामसी राम मोहन बुर्रा, डॉ साईबाबा दरबामुल्ला, शिव तपस्या पासवान और श्रीमती सजल झा के अलावा पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के कई और वरिष्ठ अधिकारी और विद्युत मंत्रालय के सीनियर लोग मौजूद थे।
