Weather update. पूरे उत्तर भारत में है भारी बारिश की चेतावनी. एक प्रतीकात्मक तस्वीर.
Weather update: भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और दिल्ली-NCR समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में अगले कुछ दिनों तक भारी से बेहद भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। पहाड़ी राज्यों में बारिश की वजह से भूस्खलन और बाढ़ जैसी स्थिति बनने की आशंका है।
- हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश का अनुमान है
- दिल्ली-NCR में अगले कई दिनों तक बादल छाए रहेंगे
- बाढ़, भूस्खलन और जलभराव की आशंका बढ़ी
- दिल्ली-NCR में बादल और राहत
राजधानी में मौसम ने करवट ली है। पिछले दिनों में तापमान गिर गया और अगले कुछ दिनों तक बादलों की चादर ओढ़े रहेगा। हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी हुई है, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी।
- अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे
- 23°C से 25°C तक न्यूनतम तापमान
- तेज हवा और गरज-चमक की संभावना
- हिमाचल और उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में मुसीबत

उत्तराखंड और हिमाचल के पहाड़ी इलाकों में है ज्यादा खतरा
पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। जगह-जगह सड़कें बंद हो गई हैं और नदियों में पानी का स्तर खतरे के निशान के करीब है।
- कई जिलों में बाढ़ की चेतावनी
- भूस्खलन का बढ़ता खतरा
- स्कूली बच्चों, यात्रियों और पर्यटकों को सतर्क रहने की सलाह
- मध्य और दक्षिण भारत में सक्रिय मानसून
दक्षिणी राज्यों में भी जारी रहेगा भारी बारिश का दौर
केवल उत्तर भारत ही नहीं, मध्य और दक्षिण भारत के कई राज्यों में भी मानसून पूरे शबाब पर है। तेलंगाना, कर्नाटक, महाराष्ट्र, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में भी भारी बारिश और तेज़ हवाओं का दौर जारी है।
- महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों में रिकार्ड वर्षा
- तेलंगाना में 17-19 अगस्त तक अत्यधिक भारी बारिश
- दक्षिण भारत के राज्यों में रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने बदलते मौसम के मद्देनजर क्या सुझाव दिए?
क्या करें और क्या न करें, इसके लिए मौसम विभाग ने जनता के लिए ऐडवाइजरी जारी की है।
- पहाड़ी क्षेत्रों की यात्रा फिलहाल टालें
- जलभराव या तेज बहाव वाली जगह से दूर रहें
- इमरजेंसी नंबर और प्रशासन की सलाह का पालन करें
- मौसम अपडेट्स पर लगातार नजर रखें
इन दिनों मानसून ने पूरे देश का मौसम बदल दिया है। खासकर पर्वतीय और मैदानी राज्यों में प्रशासन और आम जनता को अलर्ट रहने की जरूरत है। मौसम की गंभीरता को नजरअंदाज न करें—सुरक्षित रहें!
